बी.बी.सी.से साभार -
नहीं मिले वॉन गॉग के चित्र
मिस्र के संस्कृति मंत्रालय का कहना है कि जाने माने चित्रकार वॉन गॉग की काहिरा संग्रहालय से चुराई गई करोड़ों की पेंटिंग अभी तक नहीं मिली है.
इससे पहले मिस्र के संस्कृति मंत्री फ़ारुक होस्नी ने कहा था कि इस सिलसिले में काहिरा एयरपोर्ट पर दो इतालवी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है और पेंटिंग बरामद कर ली गई है.
बाद में होस्नी ने कहा कि उन्हें ग़लत जानकारी दी गई थी और यह पेंटिंग अभी भी नहीं मिल सकी है.
वॉन गॉग की इस पेंटिंग की क़ीमत पाँच करोड़ डॉलर आंकी गई है.
होस्नी ने बताया कि पॉपी फ्लावर्स और वेस एंड फ्लावर्स के नाम से मशहूर इस पेंटिंग को उसके फ्रेम से काट कर चुरा लिया गया है.
यह पेंटिंग महमूद खलील संग्रहालय से शनिवार को चोरी हुई है.
सरकारी समिति मेना के अनुसार उन सभी लोगों की जांच की जा रही है जो संग्रहालय में प्रदर्शनी देखने आए थे.
जिन दो इतालवी नागरिकों को हवाई अड्डे पर पकड़ा गया था उन्हें शक के आधार पर गिरफ़्तार किया गया क्योंकि वो संग्रहालय के टॉयलेट में जाने के बाद तुरंत संग्रहालय से निकल गए थे.
उधर इटली की समाचार एजेंसी अनसा का कहना है कि ये दोनों इतालवी जवान हैं और गैलरी जाने वाले एक टूर ग्रुप का हिस्सा थे.
अभी ये साफ नहीं है कि इन दोनों इतालवी नागरिकों को रिहा किया गया है.
होस्नी ने एक बयान जारी कर कहा है कि शनिवार को सिर्फ़ दस लोग संग्रहालय में गए थे और पेंटिंग की चोरी की जांच चल रही है.
वॉन गॉग की यही तस्वीर इससे पहले 1978 में इसी संग्रहालय से चोरी हुई थी जो दस साल बाद कुवैत में मिली.
इस चोरी के बाद संग्रहालय के कर्मचारियों से पूछताछ हो रही है और साथ ही मिस्र के हवाई यातायात, जल यातायात और सड़क यातायात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
यह चित्र 30 गुना 30 सेंटीमीटर के बोर्ड पर है जिसमें लाल और पीले फूल बने हैं. यह तस्वीर विन्सेंट वॉन गॉग ने 1887 में बनाई थी जिसके तीन वर्ष बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली थी.
महमूद खलील संग्रहालय महमूद खलील नामक एक राजनेता ने 1930 में बनवाया था और इस संग्रहालय में वॉन गॉग के अलावा मॉनेट, रेनॉयर और देगास के चित्र भी हैं.
आभार, इस जानकारी के लिए।
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